कुसुम (Carthamus tinctorius एल) एक अत्यधिक branched, घास, थीस्ल की तरह वार्षिक संयंत्र है। यह व्यावसायिक रूप से वनस्पति तेल के बीज से निकाले के लिए खेती की जाती है। पौधे 30 से 150 सेमी (12 में से 59) गोलाकार फूल पीले, नारंगी या लाल फूल होने के प्रमुखों के साथ लंबे हैं। प्रत्येक शाखा आम तौर पर एक से पांच फूल सिर के अनुसार 15 से 20 बीज युक्त सिर से होगा। कुसुम मौसमी बारिश होने शुष्क वातावरण का निवासी है। यह एक गहरी मुख्य जड़ है जो इसे इस तरह के वातावरण में कामयाब करने के लिए सक्षम बनाता है बढ़ता है।
कुसुम
₹80.00 Original price was: ₹80.00.₹50.00Current price is: ₹50.00.
कुसुम (Carthamus tinctorius एल) एक अत्यधिक branched, घास, थीस्ल की तरह वार्षिक संयंत्र है।
Related products
जंगल जलेबी या गंगा जलेबी या किकर (राजस्थान) (वानस्पतिक नाम: Pithecellobium ) एक सपुष्पी पादप है। यह मटर के प्रजाति का है। इसका फल सफ़ेद और पूर्णतः पक जाने पर लाल हो जाता है खाने में मीठा होता है।
बाँस एक सपुष्पक, आवृतबीजी, एक बीजपत्री पोएसी कुल का पादप है।
खिरनी या माइमोसॉप्स हेक्जैंड्रा (Mimosops hexandra) ४०-५० फुट ऊँचा घना वृक्ष है, जो उत्तरी भारत में स्वत: उगता है, अथवा उगाया जाता है। इसमें पीले छोटे फल लगते हैं, जो खाने में काफी मीठे और स्वादिष्ठ होते हैं। वृक्ष की छाल औषधि के कार्य में आती है। बीज से तेल निकाला जाता है। इसकी लकड़ी बहुत मजबूत होती है।
अर्जुन वृक्ष भारत में होने वाला एक औषधीय वृक्ष है।
इस पेड़ की ऊँचाई 18 से लेकर 20 मीटर तक होती है। यह परोपजीवी पेड़, सैंटेलेसी कुल का सैंटेलम ऐल्बम लिन्न (Santalum album linn.) है।